-
सावफ्रामना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.007366 | Lang: NA
-
महर ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6885955 | Lang: NA
-
सेना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
सानना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
साबथिंना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
खिरा ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
बांहोना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
बिथांखि ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
बिबान ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
दाबि खालामना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
फरिखा ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
फिन साजा ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
फुवारना ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
फेनाय ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
बन्दकाव ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
मोजोमाव ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
मदद ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
समाय-खिरा ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6781214 | Lang: NA
-
फेफेफुफु हां ला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6728844 | Lang: NA
-
cauterise
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.6523672 | Lang: NA
-
cauterize
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.6523672 | Lang: NA
-
थांखि ला
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6493177 | Lang: NA
-
ला
Meanings: 19; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.6414622 | Lang: NA
-
स्कंध १ ला - अध्याय १९ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.6394983 | Lang: NA
-
लघुभागवत - अध्याय १ ला
लघुभागवत,पुराण,laghubhagavat,puran,मराठी,marathi
Type: PAGE | Rank: 0.6381891 | Lang: NA
-
अभंग ज्ञानेश्वरी - अध्याय १ ला
स्वामी स्वरूपानंद ह्या थोर सत्पुरूषाने ‘ अभंग ज्ञानेश्वरी ‘ नामक अत्यंत सुबोध, नितांत सुंदर आणि परम रसाळ असा अभंगात्मक ग्रंथ लिहीला.
Type: INDEX | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
अध्याय १ ला - श्लोक ११ ते १४
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
स्कंध १ ला - अध्याय १६ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
अध्याय १ ला - श्लोक ११ ते २०
स्वामी स्वरूपानंद ह्या थोर सत्पुरूषाने ‘ अभंग ज्ञानेश्वरी ‘ नामक अत्यंत सुबोध , नितांत सुंदर आणि परम रसाळ असा अभंगात्मक ग्रंथ लिहीला .
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
स्कंध १ ला - अध्याय ९ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
स्कंध १० वा - अध्याय १ ला
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
अंक पहिला - भाग १ ला
नाट्याचार्य देवलांच्या ’ संगीत मृच्छकटिक ’ ह्या नाटकाचा पहिला प्रयोग सन १८८७ सालीं ’ ललितकलोत्सव मंडळी ’ नें, पुणें येथें आनंदोद्भव नाट्यगृहांत केला.’
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
स्कंध १ ला - अध्याय १२ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
स्कंध १ ला - अध्याय ५ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
अध्याय १ ला - श्लोक ४८ ते ५०
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
अध्याय १ ला - श्लोक १ ते ७
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
- ला - दुर्धर करुणा तीव्र वेदना ...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
आत्मज्ञानी भजनी पदे - गण १ ला
महाराष्ट्रात, विशेषतः ग्रामीण भागात एकतारी भजनी परंपरा आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
श्रीदत्तमाहात्म्य - अध्याय १ ला
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत `श्रीदत्तमाहात्म्य `
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
एकनाथी भागवत - श्लोक १ ला व २ रा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA
-
राम गणेश गडकरी - नाचतां मोर ॥ नाचते पहा ला...
राम गणेश गडकरींनी मराठी साहित्यात मोलाची भर घातली.
Type: PAGE | Rank: 0.3181126 | Lang: NA